डॉ नवीन जोशी 'नवल' Tag: दोहा 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे कोरोना के काल में, हर जन था भयभीत । हार मनुज की यह कहूँ, या प्रकृति की जीत।१। चली हवा शह-मात की, बात बिना आधार। ज्ञानवान वे बन गये, बिकते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 2 97 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read छठी पर्व दोहे ----- छठी अलौकिक पर्व है, एक कठिन उपवास । अर्क देव को अर्घ्य दें, लेकर दृढ़ विश्वास ।१। शीतल जल में अर्घ्य ले, खड़े बिना पदत्राण । अस्त-उदय होते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 90 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे मुझको भी बिखरे मिले, बीच डगर पर शूल, पर हारा मैं भी नहीं, वहीं उगाये फूल।१। बीस भुजा दस शीश थे, आलय आलीशान। मगर कहो लंकेश का,टिका कहाँ अभिमान।२। भूषण... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 86 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read नैन दोहे ------ नैना से नैना मिले, हुए बेखबर गात । बीच डगर में हो पड़ी, नैनन ही से बात।१। नैनों में है शोभती, यू काजर की रेख। प्रतिपदा के चांद... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 109 Share