Nityanand Vajpayee Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Nityanand Vajpayee 5 May 2022 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल ज्यों पकने के कगार पे आने लगी फ़सल। बाज़ार भाव ख़ुद का गिराने लगी फ़सल।। हैरत में है किसान पसीने को बेंच कर, ख़ाली है जेब और ठिकाने लगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 335 Share