Nishant Kumar Mishra 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nishant Kumar Mishra 2 May 2024 · 2 min read मुझे प्यार हुआ था आंखों में हमने भी झांका था हमने भी प्रीत लगाई थी ख्वाब जैसा था कोई जिसने हमसे अपनी पहचाना कराई थी हर रोज़ किसी के बातों को सुनने की आदत... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Poems Of Love · Love Poetry · कविता 125 Share Nishant Kumar Mishra 2 May 2024 · 2 min read शहीद की अंतिम यात्रा माता खड़ी खिड़की के पास अत्यंत दुःखी चीत्कार कर रही... दरवाजे पर खड़ी बहना रो रो दहलीज भींगो रही। वृद्ध पिता की कमजोर आंखे बेटे का रास्ता निहार रही है..... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · देश भक्ति · सैन्य शहादत 1 1 100 Share