Dr Nisha nandini Bhartiya Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Nisha nandini Bhartiya 15 Mar 2018 · 1 min read लेखनी शीर्षक- लेखनी लिख लिख कर लेखनी कुशल कुशाग्र हो गई । नहीं गिरती अटकती अब तो समग्र हो गई । हुआ समाप्त खुरदरापन कोमल स्निग्ध हो गई । वतन की... Hindi · कविता 2 1 543 Share Dr Nisha nandini Bhartiya 15 Mar 2018 · 2 min read नन्ही गौरैया शीर्षक- नन्ही गौरैया अरे! सुनो भाई कोई तो सुनो! छोटी सी गौरैया चिड़िया की पुकार दब कर मर रही है गगनचुंबी इमारतों के पीछे नहीं दिखती अब दरवाजों की चौखट... Hindi · कविता 1 2 438 Share