Kuldeep Vishwakarma 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kuldeep Vishwakarma 1 Nov 2018 · 1 min read माँँ माँ शब्द नहीं शब्द कोश है माँ। प्रेम नहीं प्रेम स्त्रोत है माँ। ममता बूंद नहीं सागर है माँ। हर दर्द का मरहम है माँ। धधकती धूप मेंं छाँव है... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 57 1k Share