Ninad Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ninad 18 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ की तिल तिल कर जलती बुझती आंखों में है उजाले की रेख तमस में पगडंडी दिखाती ... माँ की दबी सी मुस्कुराहट में है एक मरती हुई धूप कान... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 46 848 Share