Niki pushkar Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Niki pushkar 19 Sep 2021 · 1 min read Ghazal लफ़्ज़ जो भी ज़ुबाँ नहीं पाते, वो कलम से हैं फिर कहे जात दिल ज़माने के ज़ख़्म सह भी ले, तीर तेरे नहीं सहे जाते। इक समंदर सा इश्क़ हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 336 Share Niki pushkar 18 Jun 2020 · 1 min read बताओ आकाश सुना था, फलक सारे सितारों का घर है चाहे, कोई चटकीला हो या मद्दम सितारा चाहे, वह झुंड मे झिलमिल बहती आकाशगंगा हो या एकांकी ध्रुवतारा या चाहे, घुमक्कड़ सप्तऋषि-दल... Hindi · कविता 3 6 541 Share Niki pushkar 5 Jun 2020 · 1 min read ग़ज़ल कतरनें याद सिये जाते हैं कुछ नहीं और तो जिये जाते हैं कोई रिश्ता ही कहाँ लाज़िम है रस्मे तस्लीम किए जाते हैं जाने कब तक ये हमे ज़िन्दा रक्खें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 368 Share Niki pushkar 20 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल बाहर से सब सुनहरा है भीतर दुख इक गहरा है..... महफिल महफिल हँसता जो दिल मे लेकर सहरा है......... बदन उमर की गाड़ी से निकला दिल सोला नुक्कड़ पे ठहरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 341 Share Niki pushkar 19 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल बेसुकूनी, बेख़याली बा-अदब बख़्शा जिन्दगी तूने हमे क्या क्या न हक़ बख़्शा --------------------------- मेरी आज़ादी है मानिन्द उस परिन्दे के पहले जिसके पर हैं कतरे,फिर फ़लक़ बख़्शा ------------------------- फ़र्ज़ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 531 Share