निधि मुकेश भार्गव Tag: दोहा 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid निधि मुकेश भार्गव 15 Jul 2018 · 1 min read दोहा निर्मल मन में रोज ही, आते नवल विचार, प्रभु चरणों में बैठकर, मिले वही पर सार।। निधि भार्गव Hindi · दोहा 344 Share निधि मुकेश भार्गव 15 Jul 2018 · 1 min read दोहा रोज-रोज मैं देखूँ सपने, होते नहीं साकार, नींद ऐसी सौतन है, डाले खलल हजार।। निधि भार्गव Hindi · दोहा 492 Share