Nanki Patre Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Nanki Patre 9 Jun 2023 · 1 min read उसने रुह को चूम लिया मैं फूल सा कोमल धूप पड़ते ही मुरझा गई थी, समझ गए मेरे जज्बात उसने रुह को चूम लिया। भावना में बहती हुई सरिता धार सी मैं विचलित, वो सागर... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 3 1 126 Share