naman jain naman Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid naman jain naman 1 Dec 2016 · 1 min read बेरोजगारी जनसंख्या के कोप का भाजन नौजवान बन जातेे है। रोजगार की चिंता में मर अब सब किसान मर जाते है॥ सब कार्य जब यंत्र करेंगे काम कहाँ रह जायेगा। आधुनिकता... Hindi · कविता 306 Share naman jain naman 30 Nov 2016 · 1 min read रिश्ता विषय- *रिश्ता* रिश्तों का अब कत्ल हो रहा सरेआम बाज़ार में। पतन मानव का हो चला बर्ताव मे आचार में॥ बेटे ने अब माता का दूध लजाकर रख डाला। और... Hindi · कविता 338 Share