Kavi Nagendra Gurjar Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavi Nagendra Gurjar 18 Nov 2018 · 1 min read मां की महिमा मां ईश्वर के प्रति छाया मां करुणता की काया मां विधि का वरदान मां कभी कोमल तो कभी चट्टान, कभी वह तोड़ती पत्थर, हुई निराला का गान, मां स्वप्नरूपी चुनर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 28 607 Share