Mukesh Kumar Sonkar Tag: पितरों पर कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mukesh Kumar Sonkar 3 Oct 2023 · 1 min read पितर पाख पितर पाख देवत हावव तुमन सब झन ला नेवता, मोर घर मा आहू हमर पितर देवता। नम्मी श्राद्ध के दिन मा आही मोर महतारी, ओकर सुरता मा आंसू मोर बोहाथे... Chhattisgarhi · Poem · कविता · पितर · पितरों पर कविता · पितृ पक्ष 1 304 Share