Mukesh Kumar Sonkar Tag: जन्माष्टमी कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mukesh Kumar Sonkar 10 Sep 2023 · 1 min read हे कान्हा " हे कान्हा " हे कान्हा हे गिरिधर मुरली मनोहर बंशीधर, हम दीन दुखियों पर कुछ कृपा कर। हे गोप ग्वालों के रक्षक हे मधुर मुरली बजैया, हे गोपियों की... Hindi · कविता · कान्हा · कृष्ण वंदना · जन्माष्टमी कविता · श्री कृष्ण 2 230 Share