mohit kumar 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid mohit kumar 9 Jan 2017 · 1 min read वकत् नही हर खुशी है लोगो के दामन में पर एक हसी के लिये वकत् नही .... दिन रात दौडती दुनिया में , ज़िन्दगी के लिये ही वकत् नही ... सारे रिश्ते... Hindi · कविता 660 Share mohit kumar 9 Jan 2017 · 1 min read दर्द आँसू हैं इन आँखों में, इन आँसू को सहारा क्या दूँ । इक अजीब सा दर्द है सीने में, इस दर्द को सहारा क्या दूँ। लवो पे आने वाली हँसी... Hindi · कविता 382 Share