कवि मनोज सतनहा Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि मनोज सतनहा 5 Dec 2018 · 1 min read प्रेम आओ मिलकर प्रेम करें, क्या रखा है नफरत के गलियारे में। सब कुछ तो मिलता है, साहब अपने भाईचारे में ॥ नफरत ही क्यूँ बोई जाती, जाति धर्म के नाम... Hindi · कविता 1 252 Share