एम के कागदाना Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid एम के कागदाना 1 Feb 2019 · 1 min read दिल वर्ण पिरामिड है दिल डरता अब मेरा उस गली में रहता है जहाँ वो दिल चोर वहाँ। ए हवा उससे कह देना चोरी करना अच्छा नहीं होता मेरे दिल बसता।... Hindi · कविता 1 1 329 Share एम के कागदाना 30 Jan 2019 · 1 min read बेटियां "बेटियाँ" मात्र कहने भर से सशक्तिकरण न हुआ न होगा। बेटी की सुरक्षा का जिम्मा अब हमें उठाना ही होगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे से काम ना चलेगा। कराटे... Hindi · कविता 1 1 503 Share एम के कागदाना 30 Jan 2019 · 1 min read बेटियां "बेटियाँ" मात्र कहने भर से सशक्तिकरण न हुआ न होगा। बेटी की सुरक्षा का जिम्मा अब हमें उठाना ही होगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे से काम ना चलेगा। कराटे... Hindi · कविता 2 1 317 Share एम के कागदाना 30 Jan 2019 · 1 min read ऊंच नीच "ऊंच-नीच" ऊंच-नीच और अमीरी-गरीबी से हो जा मनुज उन्मुक्त तू जीवन जीओ सरल और शुद्ध प्रेम प्यार से रहकर सबसे नफरत की दीवार तोड़ तू मजहब और धर्म को छोड़... Hindi · कविता 2 1 480 Share एम के कागदाना 10 Nov 2018 · 1 min read मां किसी की भी नजरों में मां का प्यार नजर ही नहीं आता है मां की लोरी सुनने वालो मां का दर्द ए हाल नजर नहीं आता है अपने आंसु बचा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 34 89 2k Share एम के कागदाना 10 Nov 2018 · 1 min read मां किसी की भी नजरों में मां का प्यार नजर ही नहीं आता है मां की लोरी सुनने वालो मां का दर्द ए हाल नजर नहीं आता है अपने आंसु बचा... Hindi · कविता 14 1 664 Share