मिथिलेश कुमार शांडिल्य Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid मिथिलेश कुमार शांडिल्य 31 Oct 2018 · 1 min read कलियुग की द्रौपदी आओ मुरारी अब, द्रौपदी बचाओ तुम्हीं; पक्ष या विपक्ष हो, सबों में दु:शासन हैं घर हो, गली हो या फिर शासन- प्रशासन हो पांडव दुबके हुए हैं; दुर्योधन का शासन... Hindi · मुक्तक 4 2 419 Share