mehroz anwari Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid mehroz anwari 15 Aug 2017 · 1 min read लहराये तिरगां होके मस्त तिरगां लिये हर एक देशभक्त कयोकि आया प्यारा पन्द्रह अगस्त माँ करती है दुआ हर वक्त कर देते दुश्मन को पस्त। मेरे देश के वीर जवान समस्त बरसे चाहे सरहद... Hindi · कविता 225 Share mehroz anwari 13 May 2017 · 1 min read याद है मुझे उसका गुनगुनाना( मातृ दिवस पे विशेष) याद है मुझे उसका गुनगुनाना लोरी का आलाप मुझे झुनझुना हिलाकर बहलाना चूङियो की खनक और हाथों की थाप। जो मुझे गहरी नींद सुला देती थी उसकी गोद मे होता... Hindi · कविता 348 Share mehroz anwari 21 Mar 2017 · 1 min read मेरे आँसुओ की नीवँ पे तुम अपना आशियाँ न बना पाओगे मेरे आँसुओ के नीवँ पे तुम अपना आशियाँ न बना पाओगे । ये वह सैलाब बन जायेगे तुम्हें दूर बहा ले जाये गे जहाँ तुम्हें सिफ॔ मेरी बातें मेरी हँसी... Hindi · कविता 265 Share mehroz anwari 19 Mar 2017 · 1 min read खुशनसीब हूँ तिरंगा पहना है कफन ऐ कलम तू सुन लेना उङते पत्ते पर तू लिख देना गर शहीद हो जाऊँ ऐ वतन दफन कर देना मातृ भूमि मे मेरा तन। ये पैगाम मेरी बिटियाँ को... Hindi · कविता 337 Share mehroz anwari 4 Feb 2017 · 1 min read माँ से बाल सवाँ रे नही जाते माँ से बाल अब सँवारे नही जाते कोई तो समझाये इसे जाने वाले कभी वापस नही आते मन मे यही आस लिये है कहती आकर कयो नही मुझे पुकारते। यही... Hindi · कविता 1 715 Share mehroz anwari 26 Jan 2017 · 1 min read हम है खुदा की नेमत बेटियाॅ हम है खुदा की नेमत हमें कूङे कचरे मे फेको मत हमारे जन्म से आती रहमत वह इनसान बन जाता खुशकसमत उसके लिये खुले दरवाजे जननत हमसे बङती धर की... Hindi · कविता 450 Share