मोनिका भाम्भू कलाना Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मोनिका भाम्भू कलाना 10 Jan 2017 · 1 min read बेटी हूँ मैं... लाख जंजीरें हो बंधी हुई कितनी ही बेड़ियों में जकड़ी हुई ख़ुशी से सब सहती हूँ मैं किसी से कुछ न कहती हूँ मैं सदा ख़्याल है मुझे आख़िर एक... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 976 Share मोनिका भाम्भू कलाना 5 Jan 2017 · 1 min read अब चलूंगी मैं.. तुम मिलों न मिलों अब चलूंगी मैं... तुम हो न हो अब जियुंगी मैं तुम मेरे रहो न रहो अब न रुकूँगी मैं...| अब मुझे चलना ही होगा अब मुझे... Hindi · कविता 3 1 1k Share