Mamchand Agawal Vasant Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamchand Agawal Vasant 10 Jan 2020 · 1 min read चुप रहो साथियो चीख है,पुकार है फिर भी सन्नाटा है, नैतिकता के गाल पर अनैतिकता का चाँटा है | सत्य की जबान पर आततायी पहरा है | चुप रहो साथियो षडयंत्र कोई गहरा... Hindi · कविता 453 Share