Pakhi Jain Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pakhi Jain 17 May 2022 · 1 min read बाज़ार में 2122 2122 212 फाइलातुन फाइलातुन फाइलुन गज़ल खोट है कहते रहे किरदार में मात खाई है सरे बाज़ार में ।1 बिक गये जिनके लिए हम आज यूँ छापते थे वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 119 Share Pakhi Jain 17 May 2022 · 1 min read लौट आए.। वज़्न --2122 2122 2122 2122 क़ाफिया --'आरे' की बन्दिश रदीफ़ -लौट आए लौट आए गुलमुहर से दिन हमारे लौट आए। *********************************** 2122 2122 2122 2122 आरे की बंदिश, लौट आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 114 Share Pakhi Jain 9 Jan 2022 · 1 min read बताना है --गज़ल 09/01/2021 मनोरमगा छंद मापनी गालगागा गालगागा गा राज हमसे ही छुपाना है बात तुमको ही बताना है । आ गये थे ,रात बातों में। मुख दिखा के क्यूँ सताना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 333 Share Pakhi Jain 22 Nov 2021 · 1 min read एक बह्र -दो गज़ल एक बह्र दो रंग #1गज़ल तवारी मश्क़ ए सुखन सादर समीक्षार्थ एक प्रयास 12122 12122 रदीफ ठहरा काफि़या मुहाल कलम का मेरे , कमाल ठहरा न फिर किसी का ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 176 Share