मनोज शर्मा Tag: लघु कथा 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज शर्मा 4 Jan 2022 · 2 min read वो शख़्स सूबह की भागती दौडती सड़कों पर से होते हुए वो मैट्रो के डिब्बे के बीच वाली सीट पर बैठ गया।पल पल में सामने आते चेहरे अब स्थिर होने लगे थे... Hindi · लघु कथा 268 Share मनोज शर्मा 9 Dec 2021 · 1 min read सबेरे सबेरे ..बर्फ की-सी उजली भूरी रोशनी में वो सुबह एक वृक्ष के साये में अपने पेट में पैर समेटे दुबका पड़ा था मुझे देखते ही वो फुदकता हुआ मेरे पीछे हो... Hindi · लघु कथा 1 321 Share मनोज शर्मा 19 Sep 2021 · 2 min read शिमला में उस रोज़ शिमला स्यामलेह से बना है जिसका अर्थ बर्फ से ढका होना है शिमला के रास्ते पर उस रोज़ मैने सुबह पांच बजे आंखे खोली पहाड़ी रास्तों के मध्य कहीं ढलान... Hindi · लघु कथा 2 383 Share मनोज शर्मा 10 Aug 2021 · 1 min read चेहरे कितनी भीड़ कितने चेहरे और हर चेहरे में एक आदमी जो उस चेहरे से बिल्कुल भिन्न है ऐसा क्यों प्रतीत होता है कि चेहरा स्वयं से ही इतर है जो... Hindi · लघु कथा 463 Share मनोज शर्मा 6 Jun 2021 · 2 min read स्टेटस व्हट्सअप्प के स्टेटस की भी अब अपनी महत्ता होने लगी है हालांकि मैं बहुतख़ास या कुछेक लोगों के स्टेट्स देखता हूं इसका प्रमुख कारण मेरा यहां बहुत अल्प समय बीताना... Hindi · लघु कथा 251 Share मनोज शर्मा 1 Jun 2021 · 2 min read दिनभर दिन भर बस यही चलता रहा है जहांगीर पुरी बाईपास सिरसपुर कादीपुर या फिर कादीपुर सिरसपुर बाईपास जहांगीर पुरी कितने ही लोग शायर कुछ रोज़ वाले भी यहीं कहीं आते... Hindi · लघु कथा 1 266 Share मनोज शर्मा 1 Jun 2021 · 2 min read अक्स कुछ समय पहले उसकी तस्वीर देखी थी चेहरा साफ था बाल घुंघराले थे बड़ी बड़ी आंखे मानो बोल उठेगी सहज मुस्कान लिये थी समय बीतता गया एक दिन दफ्तर से... Hindi · लघु कथा 547 Share मनोज शर्मा 26 Sep 2020 · 1 min read लल्ली शीरू तुम तो कहते थे! मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूं फिर इतनी छोटी सी ख्वाइश पूरी नहीं कर सकते?विड़ियो काॅलिंग पर बात करते हुए दोनों के चेहरे स्तब्ध... Hindi · लघु कथा 2 208 Share