Manoj Shrivastava 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read sp61 जीव हर संसार में sp61 जीव हर संसार में ******************** जीव हर संसार में है नियति के हाथों छोटा या बड़ा खिलौना खेलता है मानव शरीर से जिसकी देह की मणि आत्मा है प्राण... 24 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read sp60 बुनियाद भावनाओं की sp60 बुनियाद भावनाओं की ************************ बुनियाद भावनाओं की धस गई जमीन में हम खड़े हैं खंडहर पर बस इसी यकीन में समय बदलेगा हमारा हम निकल के आएंगे इस जमाने... 24 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read sp59 हां हमको तमगे/ बिना बुलाए कहीं sp59 हां हमको तमगे/ बिना बुलाए कहीं न जाना ***************** हाँ हमको तमगे नही मिले पर सच की कलम कुठारी है और एक सत्य अच्छी कविता सौ -सौ तमगो पर... 25 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read sp 58द्वापर युग भगवान कृष्ण sp 58द्वापर युग भगवान कृष्ण ********** द्वापर युग भगवान कृष्ण ने महारास का पर्व मनाया आई शरद ऋतु हम भक्तों ने दिव्य खीर का भोग लगाया शरद पूर्णिमा रात चांदनी... 26 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read SP57 वृद्ध पिता को /सूरज का शहर/ विकराल ज्वाल /जाति धर्म संप्रदाय SP वृद्ध पिता को/ सूरज का शहर/ विकराल ज्वाल/ जाति धर्म और संप्रदाय ******************** वृद्ध पिता को नहीं पूछते बेटे इसमें हैरत क्या क्या उम्मीद करें अपनो से उनको समय... 25 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read SP56 एक सुधी श्रोता SP56 एक सुधी श्रोता ****************** एक सुधी श्रोता ने पढ ली समझो कविता हुई सार्थक बहुत-बहुत आभार आपका लगता लिखना सफल हो गया @ गहन ताप में बनता हीरा होता... 20 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read Sp55 वतन पे मिटना/ जिंदगी की परिधि Sp55 वतन पे मिटना/ जिंदगी की परिधि ***************** वतन पे मिटना है एक इबादत जिसे लोग कहते हैं शहादत वही उजाला फैल जाएगा जहां लहू का गिरा है कतरा समय... 21 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read SP54सम्मान देने वालों को SP54सम्मान देने वालों को *********************** मत कहिए साहित्यिक उन्नयन यह प्रतिभा का क्रिया कर्म है पैसे दो सम्मान कराओ आज बन गया राजधर्म है अंधेर नगरी बनी व्यवस्था खेल खेलते... 20 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read SP53 दौर गजब का SP53 दौर गजब का ***************** दौर गजब का आया देखो यह भी गायब वो भी गायब और सभी को भाया देखो यह भी गायब वो भी गायब दो अर्थी जुमलो... 21 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read SP52 जो ब्रह्म कमंडल से SP52 जो ब्रह्म कमंडल से ********************* जो ब्रह्म कमंडल से निकली उलझी थी शिव की जटाओं में राजा भगीरथ के तप से उद्धारे सारे सगर पुत्र अब दूर हताशा करने... 22 Share Manoj Shrivastava 20 Nov 2024 · 1 min read sp51 युग के हर दौर में sp51 युग के हर दौर में ******************* युग के हर दौर में हर बार कलेवर है नया आकर्षित करता है मन सदा जेवर है नया यह हवा देती है हर... 16 Share Manoj Shrivastava 14 Nov 2024 · 2 min read sp150 नहीं कोई सर्वज्ञ sp150 नहीं कोई सर्वज्ञ *********************** नहीं कोई सर्वज्ञ यहां है थोड़ी थोड़ी कमी है सब में जो खुद को संपूर्ण मानता छिपी हुई उसमें नादानी दूर भरे सागर से लाकर... 20 Share Manoj Shrivastava 13 Nov 2024 · 1 min read sp146 काव्य जगत के sp146 काव्य जगत के ****************** काव्य जगत के नभ मंडल में रोज बड़े सम्मान हो रहे कई सितारे जगमगा रहे जुगनू की कहां बिसात कहीं गर किस्मत में लिक्खा सूखा... 20 Share Manoj Shrivastava 13 Nov 2024 · 1 min read sp 144 जब इच्छाएं sp 144 जब इच्छाएं **************** जब इच्छाएं रुक जाएगी समझो खेल हो sp 144 जब इच्छाएंगया पूरा हम कठपुतली रंगमंच की नचा रहा है हमें मदारी लिखा भाग में मिलेगा... 25 Share Manoj Shrivastava 13 Nov 2024 · 1 min read sp145 काव्य जगत के sp145 काव्य जगत के ******************* काव्य जगत के नभ मंडल में रोज बड़े सम्मान हो रहे कई सितारे जगमगा रहे जुगनू की कहां बिसात कहीं गर किस्मत में लिखा है... 22 Share Manoj Shrivastava 13 Nov 2024 · 1 min read sp147मैं माता सरस्वती का पुत्र sp147मैं माता सरस्वती का *********************** मैं माता सरस्वती का पुत्र इस काव्य जगत का दीपक हूं कुटिया हो या हो कोई महल जलकर मैं उजाला करता हूं जहां न पहुंचा... 21 Share Manoj Shrivastava 11 Nov 2024 · 1 min read sp, 136 मैं माइक का लाल sp136 मैं माइक का लाल ********************** मैं माइक का लाल मुखर हूं सच कहने से न कोई डर है पैसे देकर टिकट बुक करें ऐसा हम में नहीं हुनर है... 23 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp134 मैं जी नहीं सकूंगी/ शानदार वर्णन sp134 मैं जी नहीं सकूंगी/ शानदार वर्णन ********************** मैं जी नहीं सकूंगी सनम आपके बिना दिखती है रोज शाम खड़ी हाथों में दोना लिये हर बार उसकी यह आवाज सुन... 20 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp135 फेर समय का/ साथ नहीं कुछ sp135 फेर समय का/ साथ नहीं कुछ ****************** फेर समय का गिला नहीं कुछ यदि सपनों को भूल गए है दुनिया की यही रिवायत कुछ अपनों को भूल गए @... 21 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp133 मैं अज्ञानी /वामपंथी सेकुलर/ वह कलम की धार sp133 मैं अज्ञानी *************** मैं अज्ञानी मन पढ़ने का करता सतत प्रयास निरर्थक सबसे पुरानी पीर हृदय की नहीं निकलता अहम का कीड़ाp चाहे जितने जतन करो तुम होंगे सब... 24 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp132 कली खिलेगी/ लाए हैं भाषण sp132 कली खिलेगी ****************** कली खिलेगी पुष्प बनेगी और सुगंधित उपवन होगा पूरा समय हुआ जब उसका वह भी सूख कर गिर जाएगा मानव की भी यही कहानी नन्हा शिशु... 24 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp131 गजब भरा हर/ हिला था बंद पंखा sp131 गजब भरा हर ****************** गजब भरा हर मन में भरम है यह कहलाता अपना अहम है उसने बनाया सबको बराबर न कोई ज्यादा न कोई कम है जिसको सच... 19 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp130 पुरस्कार सम्मान sp130 पुरस्कार सम्मान ********************* पुरस्कार सम्मान का द्योतक बढ़ता है मन का उत्साह आगे शायद और मिलेगा कभी न कम होती है चाह आप छुएं हर शिखर जल्द ही अंतरमन... 22 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp, 129 शब्दों का तीर sp, 129 शब्दों का तीर ******************* शब्दों का तीर निकला जुबां से कितनों के मन को भेद गया शब्दों को वापस लेने से क्या सारे घाव भर जाएंगे नासूर बनेंगे... 25 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp125 मां और पिता sp125 मां और पिता ****************** मां और पिता का साथ निभाए उनको हम सपूत कहते हैं जो वृद्धों को घर से निकाले उनको हम कपूत कहते हैं कलम नमन किन्नरों... 27 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 2 min read sp126 कहते हैं हम sp126 कहते हैं हम ***************** कहते हैं हम साठ छू रहे लगते हैं चालीस बरस के कर गये याद पुरानी ताजा सुधियों के बादल भी बरस के हर्षित है अपना... 26 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp 127 ऊपर नीचे sp 127 ऊपर नीचे **************** ऊपर नीचे नीचे ऊपर सुख दुख दोनों ही चलते हैं हवा जलाती है दीपक को और बुझाती वही हवा है @ एक शब्द पानी बोलो... 27 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp128 इस रुपए में sp128 इस रुपए में ***************** इस रुपए में तेज धार है चमत्कार को नमस्कार है न्याय तुल रहा है पैसों में रिश्वत खुल करती प्रहार है दंड बराबर व्यभिचारी के... 23 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp124 किसने किया क्या है sp124 किसने किया क्या है *********************** किसने क्या किया है खुलकर बताइए चेहरे से धूर्तता के अब पर्दा हटाइए हम बोलते हैं सच खुलकर कहेंगे बात मनचाहे आपका तो हमें... 23 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp123 जहां कहीं भी sp123 जहां कहीं भी ******************* जहां कहीं भी आप गए हो पहुंचेगा आशीर्वचन प्रार्थना में होती बड़ी शक्ति है पुलकित होता है अंतर्मन माना कभी ना मिल पाए हम लेकिन... 21 Share Manoj Shrivastava 9 Nov 2024 · 1 min read sp122 दुनिया एक मुसाफिरखाना sp122 दुनिया एक ****************** दुनिया एक मुसाफिर खाना लगा हुआ है आना जाना यहाँ मुसाफिर हैं हम सारे तय है सबका ठौर ठिकाना विषय भोग तन का आकर्षण जीवन का... 24 Share Manoj Shrivastava 4 Nov 2024 · 1 min read sp121 ढोलक sp121 ढोलक ************* ढोलक झांझ मजीरा बाजे हॉरमोनियम सप्त सुरों में साजे पाठ अखंड रामायण का चल रहा सुर नर मुनि हैं यहां विराजे राम नाम को मरा पढ़ा था... 25 Share Manoj Shrivastava 3 Nov 2024 · 1 min read sp120 कौन सी ऎसी/सच की कलम sp120 कौन सी ऎसी/सच की कलम ************************** कौन सी ऎसी नदी है जिसका है साहिल नही एक समंदर के सिवा इनकी कोई मंजिल नही चुल्लू भर पानी बहुत है दोस्त... 26 Share Manoj Shrivastava 3 Nov 2024 · 1 min read sp119 समय बदलता हर घड़ी /मुझको किस तरह sp119 समय बदलता हर घड़ी मुझको किस तरह *********************** समय बदलता हर घड़ी देता है यह सीख हुए रिटायर जिस घड़ी बदलेगी तारीख बदलेगी तारीख न कोई पहचानेगा कल हम... 25 Share Manoj Shrivastava 3 Nov 2024 · 1 min read sp118 माता-पिता ने sp118 माता-पिता ने ****************** माता पिता ने अरमानों से पाला था और कभी कोई उलाहना नहीं दिया बच्चों को कभी बतलाया कभी नहीं किसकी खातिर अपना ही घर बेचा था... 25 Share Manoj Shrivastava 3 Nov 2024 · 1 min read sp117 जब मानव देह sp117 जब मानव देह *******************sp117 जब Inch देह जब मानव देह छूटती है आत्मा पा जाती योनि नई हर देह नष्ट हो जाती है हो जाता फिर से नया सफर... 27 Share Manoj Shrivastava 3 Nov 2024 · 1 min read sp116 बुझने लगे दीप sp116 बुझने लगे दीप ****************** बुझने लगे दीप की लौ जब समझो बाती सूख रही है होने वाला समय है पूरा नये सफर पर अब जाना है चुकने वाला तेल... 34 Share Manoj Shrivastava 2 Nov 2024 · 1 min read sp115 श्री स्वर्गीय अग्रज केपी सक्सेना sp115 श्री स्वर्गीय अग्रज केपी सक्सेना जी को समर्पित ************************* किसको बताएं कैसे हम उनके करीब थे उनकी कलम की धार के तो सब मुरीद थे महज सुकरात का डर... 26 Share Manoj Shrivastava 2 Nov 2024 · 1 min read sp114 नदी में बाढ़ आने पर sp114 नदी में बाढ़ आने पर *********************** नदी में बाढ़ आने पर मुहाने बहने लगते हैं वहां पर जो बनाए थे ठिकाने बहने लगते हैं है कुदरत का कहर देखो... 27 Share Manoj Shrivastava 2 Nov 2024 · 1 min read sp 113श्रीगोवर्धन पूजा अन्नकूट sp 113श्रीगोवर्धन पूजा अन्नकूट ****************** गोवर्धन पूजा गौ पूजा अन्नकूट भी इसको कहते कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गौमाता की पूजा करते गाय पवित्र है इस भारत में जैसे... 36 Share Manoj Shrivastava 2 Nov 2024 · 1 min read sp112 पत्थर जैसे कई/ अपने अहम की sp112 पत्थर जैसे कई/ अपने अहम की ******************* पत्थर जैसे कई नगीने देखे हैं भंवर साथ में लिए सफीने देखे हैं मोबाइल का युग भी अजब तमाशा है बने Facebook... 32 Share Manoj Shrivastava 2 Nov 2024 · 1 min read sp111 जो कहते हैं sp111 जो कहते हैं ****************** जो कहते हैं यह घर मेरा बड़े नादान लगते हैं उन्हें कैसे यह बतलाएं ये दुनिया रैन बसेरा है खुला पिंजरा उड़ा पंछी ओ पहुंचा... 31 Share Manoj Shrivastava 1 Nov 2024 · 1 min read sp110 Share Like Follow sp110 Share Like Follow ******************* सुन लें आपकी अच्छी कविता अपना ज्ञान दीप जल जाए साहित्य सृजन के साधक कीरचनाओं को हम भी सुन पाएं होगा बड़ा आभार आपका पढ़... 24 Share Manoj Shrivastava 1 Nov 2024 · 1 min read sp109 खेल खेले जा रहे हैं sp109 खेल खेले जा रहे हैं ********* खेल खेलें जा रहे हैं जान कर अपनी नियति जय पराजय तय मिलेगी युद्ध के मैदान से , कौन समझाए किसे सब हैं... 28 Share Manoj Shrivastava 1 Nov 2024 · 1 min read sp107 पीठ में खंजर घुसे पीठ में खंजर घुसे ************** पीठ में खंजर घुसे कितने मुझे मालूम नहीं तीर जो दिल पर लगा वो जिंदगी ही ले गया उम्र भर जिसको तराशा और बनाया देवता... 37 Share Manoj Shrivastava 1 Nov 2024 · 1 min read sp106 दीपावली -दीप + आवली sp106 दीपावली -दीप + आवली ******** दीप + आवली दीपों की पक्ति है जिसका मतलब दीपमाला है सबसे घनेरी रात अमावस्या उसमें करती दिव्य उजाला है तमसो मा ज्योतिर्गमय:' का... Hindi 24 Share Manoj Shrivastava 31 Oct 2024 · 1 min read sp105 पांच दिनों का है त्यौहार sp105 5 दिन का है त्यौहार दिवाली ********************* पांच दिनों का है त्यौहार जिसको कहते हम दिवाली जलती दीप शिखाएं पर्व पर देती हैं हमको खुशहाली धनतेरस और रूप चतुर्दशी... 26 Share Manoj Shrivastava 31 Oct 2024 · 1 min read sp 104 मन की कलम sp 104 मन की कलम ******************** मन की कलम भाव की स्याही सेअंतस के दिव्य पटल पर जो स्मृतियां उकेर देती हैं या हालात जिसे लिखवा दें जो जन-जन के... 26 Share Manoj Shrivastava 31 Oct 2024 · 1 min read sp102 ईश्वर ने इतना दिया sp102 ईश्वर ने इतना दिया ********************** ईश्वर ने इतना दिया हमें रहता कोई भी अतृप्त नहीं मानव परम पिता का तक आभार भी करता व्यक्त नहीं पास पड़ोसी के इतना... 27 Share Manoj Shrivastava 28 Oct 2024 · 1 min read sp101 कभी-कभी तो sp101 कभी-कभी तो ******************* कभी-कभी तो खुद की परछाई से हो जाता है भ्रम जब-जब जागृत हो जाता है मन के अंदर छुपा अहम मैं ही सर्वश्रेष्ठ दुनिया में पोर... 32 Share Page 1 Next