manoj nayyar 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid manoj nayyar 25 Jul 2016 · 1 min read अब न कोई गांधी न टैगोर है कैसा ये रिवाज है कैसा ये समाज है। फिजाओं में जहर है, कैसा मेरा शहर है।।। बढ़ाई जा रही है जातिवाद की खाई। क्यों मानवता पे आज बन आई।।। धमकियों... Hindi · कविता 1 1 264 Share manoj nayyar 21 Jul 2016 · 1 min read ए वक्त तूं...! ए वक्त तूं बहुत पाबंद है... तेरे साथ हर कोई रज़ामंद है... तूं चलता रहता है, बिना थकान, बिना अरमान किसी को कुछ बताता नहीं, चाह कर भी बोल पाता... Hindi · कविता 317 Share manoj nayyar 16 Jul 2016 · 1 min read कैसी ये शाम है...? कैसी ये शाम है, क्या इसका नाम है...? कल तक तो था कश्मीर का दर्द, आज तुर्की दिखता शमशान है...! फ्रांस का जख्म अभी सूखा भी नहीं था..... पाकिस्तान में... Hindi · कविता 1 770 Share manoj nayyar 16 Jul 2016 · 1 min read तेरा इंतजार हे आत्मा मेरी, तुम हो मेरे साथ पर फिर भी है मुझे क्यों तेरा इंतज़ार.... तुम उम्मीद हो मेरी, आरजू मेरी शरीर की सांस मेरी, तुम हो तो धडकता है... Hindi · कविता 2 526 Share