Manoranjan Kumar Srivastava Manohar-hindustani Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manoranjan Kumar Srivastava Manohar-hindustani 23 Jul 2020 · 1 min read क्यों ... मेरा मन क्यों ... मेरा मन, भटकता रहता है ? सूनसान गलियों में, तो कभी तंहाईयों में, जाने किसे ढूंढता है? मेरा मन | शहरों व कस्बों में, गांव नगर में, जन... Hindi · मुक्तक 3 4 276 Share Manoranjan Kumar Srivastava Manohar-hindustani 23 Jul 2020 · 2 min read हे मेरे परम पूजनीय बाप ! हे मेरे परम पूजनीय बाप ! आखिर कब तक वानप्रस्थ लेंगे आप ? यदि अभी आप सन्यास ले लेते, बेटे पर अपने उपकार तो कर जाते | खांस-खांस कर शोर... Hindi · मुक्तक 2 4 475 Share