manjula chauhan Tag: हास्य-व्यंग्य 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पढ़ते हो ग़ज़ल पढ़ते हो क्या बात है, लगता प्रियसी आसपास है। तुम भी गज़ब खुमारी में पड़े हो, लगता है ली तुमने भी खुराक है। अगर जज़्बात असली है, तो फिर... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 2 102 Share manjula chauhan 19 Feb 2024 · 1 min read कहते है ये कहते है ये वो रास्ता है जो सच की तरफ बढ़ता है, पर शायद ही अब कोई इस रास्ते पर चलता है। मिलावटी दूध दाल है, बड़ा बुरा हाल है,... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य-व्यंग्य 1 100 Share