manju gupta Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid manju gupta 11 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ खुदा के नूर - सी रोशन हमेशा घर सजाए माँ , मकानों को मोहब्बत से हमेशा घर बनाए माँ !! बन के कुदरत का वरदान रिश्तों से नवाजा है... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 73 1k Share manju gupta 25 Jan 2017 · 1 min read सृष्टि की सृजनहार बेटियाँ अब दब नहीं सकती आधी आबादी की ये बेटियाँ , जो दबाएँ इन्हें बन जाएँगी संहार की चिंगारियाँ , नहीं हैं अब भोग , विलास , वासना की ये कठपुतलियाँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 4 2 552 Share