मनोज कुमार "मंजू" Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कुमार "मंजू" 30 Dec 2018 · 1 min read तुम होतीं तो शीर्षक: तुम होतीं तो तुम होतीं तो राहें आसान होतीं तुम होतीं तो मंजिलें और आसान होतीं दुःख में होतीं न होतीं कोई बात न थी काश मेरी खुशियों में... Hindi · कविता 577 Share मनोज कुमार "मंजू" 11 Nov 2018 · 1 min read माँ तो माँ है माँ तो माँ है माँ सा कौन हर दुख सहती रहकर मौन जिसकी आशाओं का दीपक मुझमें ही अब जलता है जिसकी आंखों का हर सपना मेरी आंख में पलता... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 23 766 Share मनोज कुमार "मंजू" 18 Sep 2018 · 1 min read रास्ते में जो मिला जिसको भी हम इस जहां में एक ख़ुदा समझा किए। उसने ही हमको हजारों जख्म कैसे हैं दिए।। हमने लुटकर भी किसी के घर सजाये हैं सदा। और जमाना लूटकर... Hindi · कविता 345 Share मनोज कुमार "मंजू" 18 Sep 2018 · 1 min read बस एक मौका आपसी सद्भाव की हर बात गुजरी हो गई। बैर इतना बढ़ गया कि आत्मा भी रो गई।। फासले ऐसे बढ़े बढ़ने लगी हैं दूरियां। खून के रिश्तों में भी दिखने... Hindi · कविता 1 1 355 Share