Dmk Modi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dmk Modi 4 Jul 2021 · 1 min read चांद टूट गया है चांद जैसे टूट गया है, टुकड़ा कही पर छूट गया है। आधुनिकता की होड़ में या फ़िर मानव से बचने की दौड़ में। डरी धरा की हालत देख माथे पर... Hindi · मुक्तक 2 248 Share Dmk Modi 4 Jul 2021 · 1 min read दर्द मै दर्द लिखता हूं, हां मैं दर्द लिखता हूं। कागज़ के कोर पन्नों पर शब्दों के कर्ज लिखता हूं। Hindi · मुक्तक 1 243 Share