MANINDER SINGH Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid MANINDER SINGH 1 Nov 2018 · 1 min read माँ अपनी गोद में मुझको सुला दे आज माँ, हाथों के झूले में झुला दे आज माँ, क़दमों की आहट मेरे ढूंढे है तुझे, है तू कहाँ कोई सदा दे आज... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 39 1k Share MANINDER SINGH 21 Jul 2018 · 1 min read मेरे दिल में शिकायत नहीं है | ग़ज़ल मेरे दिल में शिकायत नहीं है | तू मेरी अब इबादत नहीं है || खींच खाके बसर क्यों करुँ मैं | दिल में मेरे सियासत नहीं हैं || मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share MANINDER SINGH 1 Feb 2017 · 1 min read झाँक देख लो दिल में यारो झाँक देख लो दिल में यारो, हम कितने है बदल गये,, जग में बनने क्या आये थे, क्या से क्या बन आज गये,, बाट लिया खुद को ही हमने, महजब... Hindi · कविता 347 Share MANINDER SINGH 10 Jan 2017 · 1 min read तेरी बिटिया ऐ माँ मैं हूँ तेरी बिटिया, नन्ही, प्यारी सी बिटिया, लगा गले मुझे आज अपने, आँचल में तेरे देखूं सपने,, कभी पराया न मुझे करना, आँखों से ओझल मत करना,,... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share MANINDER SINGH 7 Sep 2016 · 1 min read बरसे बरसे बरखा बरसे बरसे बरसे बरखा बरसे, पिया मिलन को जिया तरसे, घनघोर बदरिया छायी रे, जले बदन बरखा के जल से, पुरज़ोर बिजुरिया भी है चमके, सावन संग मेरे नैना भी बरसें,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 684 Share