Vikram Soni Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Vikram Soni 28 Feb 2021 · 1 min read सबका, मैं ! एक संभाला हुआ शै,, एक बिखरा हुआ क्षय सुनो तो मुझे, यार की यह हूँ मै ! क्षितिज पे पसरा उदासीन उदय फुले हुये सीने में, झिझकता ह्रदय देखो तो... Hindi · कविता 2 1 364 Share