Mamta Rani Tag: हिंदी Poem 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Rani 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत पता नही लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है। ना ही रिश्तों की परवाह है, ना कद्र है रिश्तों की। स्वार्थ पर ही टिके हैं... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Poem · कविता · हिंदी Poem 9 2 492 Share Mamta Rani 10 Jun 2023 · 1 min read नशा घर-संसार बिखरता है नशा जो व्यक्ति करता है होती है उनकी दशा खराब जिस रस्ते वो चलता है कुछ पल की खुशी है देता कर देता जीवन बेकार दुर्दशा हो... Poetry Writing Challenge · Best Poem · कविता · नशा · हिंदी Poem 2 279 Share