महेंद्र सिंह किरौला Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid महेंद्र सिंह किरौला 18 Oct 2019 · 1 min read मन्नू की आत्मजा मि मि मि मि बोल रही है करवट लेकर वो लेटी है शायद अब पहचान हो गई ४ महीने की मेरी बेटी है मम्मी पल भर दूर चली तो उसको... Hindi · कविता · बाल कविता 2 516 Share महेंद्र सिंह किरौला 18 Oct 2019 · 1 min read सत्य धरा का सत्य है कुछ नहीं धरा पर सिवाय उस अजेय मृत्यु के जन्म सच नहीं कर्म सच नहीं ये सामाजिक बंधन और रिवाज साथी सच नहीं, शादी सच नहीं सच नहीं... Hindi · कविता 1 385 Share महेंद्र सिंह किरौला 11 Feb 2018 · 1 min read स्वप्न : साहित्य प्रेम का बीज कल रात, हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञानं मे डिक्टेशन थी आयी जिला अल्मोड़ा मे मैंने प्रथम श्रेणी थी पायी जगह जगह से लोग आये थे देने मुझे बधाई प्रफुल्लित था, गौरवान्वित था,... Hindi · कविता 1 424 Share महेंद्र सिंह किरौला 11 Feb 2018 · 1 min read अतीत की झंकार अतीत की झंकार से न डर ये तेरा भविष्य नहीं इससे जुड़ा है ये मगर कोई प्रलाप-विलाप न कर महत्वकांशा, याद रख लक्ष्य कठिन परिश्रम की बागडोर थाम पग पग... Hindi · कविता 388 Share महेंद्र सिंह किरौला 23 Jan 2017 · 1 min read एक कैरिबियाई रात एक रात महासागर किनारे, प्रसिद्ध चिंचिलाद के द्वारे, मनोरंजन , सोमरस मे लिप्त, भीड़ मे हम और हमारे. मदिरा का अनियंत्रीत पान, और कुछ भी अधरों से बखान, कैरिबियाई त्यौहार... Hindi · कविता 336 Share महेंद्र सिंह किरौला 23 Jan 2017 · 1 min read आत्महत्या चार औरतें कोने मे परस्पर करती बात सकरपुर की उस गली मे उस रोज काली भयंकर रात ब्याकुल सारे लोग थे लेकिन वो छोटा बच्चा रोता था आज लद गया... Hindi · कविता 303 Share महेंद्र सिंह किरौला 21 Jan 2017 · 1 min read बिटिया : मेरी संजीवनी मैं सात समुन्दर पार हु रहता हर पल जल थल छू के कहता नेत्र बांध करुणा के बल से क्षतिग्रस्त हु उस धरातल पे झरोखे मैं आकर बिटिया पुकारे कैसे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share