Madhu Shah Tag: गोद 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Madhu Shah 20 May 2024 · 1 min read मेरा तकिया सृष्टि की कोई रचना बेजान नहीं होती मैं और मेरा तकिया रोज बातें करते हैं जिसकी गोद सर रखकर मैं दसों घंटे गुजारती हु मेरे आत्मीय संवादों को दिल से... Poetry Writing Challenge-3 · गोद · तकिया · नींद · रात · सृष्टि 2 110 Share