Leena Anand 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Leena Anand 7 Apr 2023 · 1 min read सफलता और सुख का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना सफलता और सुख का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना अनावश्यक भौतिक विकास , तुलनात्मक प्रवृति , अनियंत्रित इच्छायें व्यक्ति को मानसिक रोगी बना सकती है। सुदृढ मानसिक शक्ति ,... Quote Writer 1 514 Share Leena Anand 31 Mar 2023 · 1 min read परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प्रकृति , मनुष्य , सम्बन्ध और समय यदि एक ही स्थान पर रुक जाएँ , इसकी कल्पना... Quote Writer 562 Share Leena Anand 26 Mar 2023 · 1 min read त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता त्रुटि ( गलती ) किसी परिस्थितिजन्य किया गया कृत्य भी हो सकता है । गलती के आधार का विश्लेषण करके ही दंड का निर्धारण किया जाना उचित होगा अन्यथा गलती... Quote Writer 2 603 Share Leena Anand 24 Mar 2023 · 1 min read Maturity is not when we start observing , judging or critici Maturity is not when we start observing , judging or criticizing others ,its when we begin to analyze mistakes we are making while judging others nd we feel the need... Quote Writer 2 2 319 Share Leena Anand 23 Mar 2023 · 1 min read जीवन में सदा अपेक्षा व उपेक्षा से बचें । अपेक्षाँएं जीवन मे जीवन में सदा अपेक्षा व उपेक्षा से बचें । अपेक्षाँएं जीवन में निराशा का समावेश करती हैं जबकि उपेक्षा व्यक्ति को मृत प्राय बना देती है। ध्यान देने योग्य बात... Quote Writer 140 Share Leena Anand 23 Mar 2023 · 1 min read सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक है ।। Quote Writer 361 Share