Sumit singh 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sumit singh 17 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल 1• इश्क़ वफ़ा जफ़ा हुस्न हया भी कहती है , औ ग़ज़ल जब रोती है तो माँ भी कहती है । 2• क़ुरआन बाइबिल गीता क्यों पढू मैं भला, जब... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 21 391 Share