singh kunwar sarvendra vikram Tag: Poetryofdeepawali 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 30 Oct 2024 · 1 min read प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....! आँखों से आँखों में, प्रेम के दीप जलाना चाहता हूँ प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ शशि, रवि पर्याप्त नहीं हैं, हृदय का तम हरने को... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovepoetry · Poetryofdeepawali · Trending · दीपावालीपरहिंदीकविता 1 91 Share