singh kunwar sarvendra vikram Tag: Poem 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 21 Aug 2024 · 1 min read पुरुष हूँ मैं मैं ब्रह्म का अंश हूं पुरुष हूँ मैं माया से घिरा हूँ वही मेरे आवरण बना रही है ताकि मैं नंगा दिखाई नहीं पड़ूँ माया ही मेरा रूप है माया... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Mainpurushhoon · Poem · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · हिंदीकवितामैंपुरुषहूं 139 Share singh kunwar sarvendra vikram 11 Sep 2023 · 1 min read तेरे प्यार के राहों के पथ में तेरे प्यार की राहों के पथ में, मैं स्वर के दीप जलाएं हैं महकी–महकी निश रजनी में, मैं पूनम चांद उगाएं हैं मैं टूटा तारा भोर प्रहर, खिलती मुस्कानें मेरे... Poem 2 2 442 Share