singh kunwar sarvendra vikram Tag: प्रेम_पर_कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 23 Nov 2024 · 1 min read हिय–तरंगित कर रही हो....! नयन–इंगित, हिय–तरंगित कर रही हो संचरण जीवन–वरण तुम कर रही हो कल्पना सा रूप लेकर अल्पना घनीभूत देकर कंचना प्रारूप लेकर कर्मना फलीभूत देकर पलक–मंत्रित, पिय–निमंत्रित कर रही हो जागरण... Hindi · Hindi_poetry · Hindi_sahitya_hindi_kavitayei · Kunwar_Sarvendra_Vikram_Singh · Trending · प्रेम_पर_कविता 2 160 Share