singh kunwar sarvendra vikram 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 19 Mar 2024 · 1 min read अपनी कलम से.....! अपनी कलम से कुछ नया, आयाम चाहता हूं अब तक जो मैं लिख न सका, वो कलाम चाहता हूं अपनी कलम से०..... तू बन–बन कर हवा का झोंका, मेरे मन... Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Hindi Poems Of Love · Kunwar Sarvendra Vikram Singh · Poetry Of Love · कविता गीत शायरी गजल 61 Share singh kunwar sarvendra vikram 8 Mar 2024 · 1 min read मैं नारी हूं...! मैं नारी हूं सीता सावित्री मैत्रेयी गार्गी और अपाला केवल तन के भूगोल को पढ़ते हे पुरुष ! क्या तुमने मेरे अंतर्मन को भी कभी पढ़ा है पढोगे तो जानोगे... Hindi · Internationl Women's Day · Kunwar Sarvendra Vikram Singh · अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस · कविता · नारी पर हिंदी कविता 1 2 173 Share singh kunwar sarvendra vikram 6 Mar 2024 · 1 min read कई खयालों में...! कई खयालों में मुझको, तू घोल जाती है तेरी आदत है फिर मुझको, भूल जाती है रंग–बिरंगी तितली सी, तू दिल छू जाती है पकडूं कैसे तुझको तू, हरदम उड़... Hindi · Kunwar Sarvendra · TRENDING Kavita Poem Geet · कविता · कुंवर सर्वेंद्र · गीत 76 Share singh kunwar sarvendra vikram 5 Mar 2024 · 1 min read तुझे पाने की तलाश में...! तुझे पाने की तलाश में, दर–दर भटक रहा हूं मिट्टी में हुआ पैदा, मिट्टी में मिल रहा हूं तलवों में जो छाले पड़ते, जलती सी इस रेत में राहत पाने... Hindi · Kunwarsarvendra · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 119 Share singh kunwar sarvendra vikram 5 Mar 2024 · 1 min read मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....! मेरी भी कहानी, कुछ अजीब है मेरा कोई दोस्त, न रकीब है जिंदगी है एक तितली, रंग लेके हाथ फिसली जाने हाथ किसके, अब नसीब है मेरी भी कहानी,कुछ अजीब... Hindi · कविता · गीत 49 Share singh kunwar sarvendra vikram 19 Sep 2023 · 1 min read चलो प्रिये तुमको मैं संगीत के क्षण ले चलूं....! चलो प्रिये तुमको मैं, संगीत के क्षण तक ले चलूं रूप में भीगे तेरे मन को, मैं गीत के मन तक ले चलूं जीवन रूप बदल दूं तेरा, बदलूं मैं... Hindi Poetry · हिंदी कविता 2 558 Share singh kunwar sarvendra vikram 17 Sep 2023 · 1 min read यादों के बादल तेरी यादों ने आज बादल बनकर, मुझको है घेरा सर्द बूंदों सी आहों में जल रहा, दिल ये फिर मेरा भरा था तुमने जो रंग मेरे, इन कोरे से पन्नों... Hindi · Hindi Poetry · Kunwar Sarvendra 568 Share singh kunwar sarvendra vikram 11 Sep 2023 · 1 min read तेरे प्यार के राहों के पथ में तेरे प्यार की राहों के पथ में, मैं स्वर के दीप जलाएं हैं महकी–महकी निश रजनी में, मैं पूनम चांद उगाएं हैं मैं टूटा तारा भोर प्रहर, खिलती मुस्कानें मेरे... Poem 2 2 369 Share singh kunwar sarvendra vikram 16 Nov 2021 · 1 min read आँगन में एक पेड़ चाँदनी....! आँगन में एक पेड़ चाँदनी....! _________________________________________________ आँगन में एक पेड़ चाँदनी, सात सितारे टंके हुए सिंदूरी शामों की पलकें, रातों को यूँ ढ़ंँके हुए केसर रंगे हुए शीशों में, मरमरी... Hindi · गीत 2 259 Share