Kunal Kanth Tag: तुम 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read तुम जा चुकी और आख़िर में ये सत्य की तुम जा चुकी हो जब जेहन को कुरेदती है न तो ग़ज़ल नग्में कविता नहीं उग आते अपितु बहते है पस और रेहा रेहा... Hindi · कविता · तुम · सत्य 1 135 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read ऑंखें तुम्हारे आँखों पे क्या अलंकार लिखूँ होश रहे तो न स्याह पकडू नशा भी हाथ पांव जोड़ खड़ी है कतार में अरे क्या तीव्र अलौकिक सौंदर्य है फलकों पे फिसल... Poetry Writing Challenge-2 · आंखे · कविता · तुम 109 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read किताबें सुनो प्रिय किसी राह किसी मोड़ पे क्षितिज के उस पार जब हम दुबारा मिले तो ! एकदूसरे के लिए हम ढेर सारी किताबें ले कर आएँ (यद्यपि ये जानते... Poetry Writing Challenge-2 · किताबें · तुम · सफ़र 129 Share