Suraj kushwaha Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suraj kushwaha 14 Dec 2021 · 1 min read शाम होने को आयीं है।। चलो अब घर चलें शाम होने को आई है सूरज चला गया अपने घर चांदनी आसमान में जगमगाई है चलो अब घर चलें शाम होने को आई है। यू ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 156 Share Suraj kushwaha 31 Oct 2021 · 1 min read कुछ हो गया है हमको। कुछ हो गया है हमको, ये मन कही न लगता है। दिन में न सो कर भी, ये रातो को जगता है। जिस दिन से देखा है तुझे मन न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share Suraj kushwaha 19 Oct 2021 · 1 min read ये दिल घबराता है यू न जाओ रूठ के।ये दिल घबराता है। साँसे रूक सी जाती है। कलेजा मुँह को आता है। तुमने मुझे गलत समझा है तो समझो इसमे मेरा कोई दोष नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 447 Share Suraj kushwaha 8 Oct 2021 · 1 min read दिल ये कहता है। सोचा था इजहार करू तुमसे। पर मन मे कसक रहता है जुबा की छोड़ो दिल❤️ ये कहता है। एक दिन थामोगी मेरा हाथ आकर मेरे सामने हवा कोई कहके यू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 349 Share