Suraj kushwaha Tag: राजनीति पर कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suraj kushwaha 10 Aug 2022 · 1 min read वाहः वाहः क्या बात है!!! बिकता दारू नाक के नीचे फिर भी चले है,आँखे मीचे। कौन बनाया किसने बेचा ऊपर से नीचे सब है लेता।। नहीं दोगे तो,बिकेगा कैसे जेल में कटेगी जिंदगी जैसे-तैसे।। दो... Bhojpuri · राजनीति पर कविता 235 Share Suraj kushwaha 10 Aug 2022 · 1 min read वाहः वाहः क्या बात है,,, बिकता दारू नाक के नीचे फिर भी चले है,आँखे मीचे। कौन बनाया किसने बेचा ऊपर से नीचे सब है लेता।। नहीं दोगे तो,बिकेगा कैसे जेल में कटेगी जिंदगी जैसे-तैसे।। दो... Hindi · राजनीति पर कविता 278 Share Suraj kushwaha 10 Aug 2022 · 1 min read का हो पलटू अब आराम बा!! का हो पलटू अब आराम बा, सुन तानी तहर इहे काम बा, आपन फायदा कही देखेल , आत्मसमान बगल में फेकेले, का हुज़ूर इहे राउर शान बा, का हो पलटू... Hindi · राजनीति पर कविता 293 Share