कवि रंजित तिवारी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि रंजित तिवारी 29 Mar 2018 · 1 min read ज़िंदा हूँ--कि,मेरा प्यार तुम हो तेरे दिल में याद बनकर समां जाऊंगा तेरी आँखों में नशा बनकर छा जाऊंगा क़शिश की सरहद से दूर ना जा पाओगे-- मैं खुशबू बनकर एहसास की--- ---तेरी साँसों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 596 Share