कवि रंजित तिवारी 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि रंजित तिवारी 29 Mar 2018 · 1 min read ज़िंदा हूँ--कि,मेरा प्यार तुम हो तेरे दिल में याद बनकर समां जाऊंगा तेरी आँखों में नशा बनकर छा जाऊंगा क़शिश की सरहद से दूर ना जा पाओगे-- मैं खुशबू बनकर एहसास की--- ---तेरी साँसों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 547 Share कवि रंजित तिवारी 11 Jan 2018 · 1 min read कौन जानता है.......! कौन जानता है कि--शांत सागर कभी-कभी तुफान लाता है फिर--क्या होता है.....? अकल्पनीय लम्हें............ सोच से परे पल जीवन में भी कभी--कभी आते हैं ऐसे तुफान विवेक से परे हो... Hindi · कविता 1 536 Share कवि रंजित तिवारी 8 Jan 2018 · 1 min read अब तो संभलो....! स्वार्थ के हर रंग में रंग गया है दिल...देखो.! और मुस्कुराकर कह रहे ये दुनियाँ कितनी रंगीन है "मतलबी"रस्से से अब बँध गया है तन.....देखो..! प्यार के वो कच्चे धागे... Hindi · कविता 1 447 Share कवि रंजित तिवारी 4 Jan 2018 · 1 min read आह..!! एक टीस............ पोलिंग बुथ पर देख भिखारी को पुछा लोगों ने जमकर हाथ फैलाओगे यहाँ भी क्या..? अपना दुखड़ा रोकर ठहाके का शोर, स्तब्ध सी आँखें-- भीगी पलकें बेचारे की फिर भी... Hindi · कविता 316 Share कवि रंजित तिवारी 2 Jan 2018 · 1 min read .....नहीं थकती अश्रुपूरित नयन मेरे क्यूँ....? राह तुम्हारी तकते नहीं थकती शून्यमात्र बिन तेरे-जीवन के पल "प्रीत "हमारी कहते नहीं थकती मनुहार दिल की--सुने तेरा दिल भी "उम्मीदें" दिल की सहते नहीं... Hindi · शेर 1 331 Share