Kshma Urmila Tag: कविता 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kshma Urmila 13 Feb 2024 · 1 min read मन डूब गया मन डूब गया मन डूब गया बड़ा भारी था , जैसे पत्थर , और उस पे कोई .... राम नाम का चिन्ह न था .... माँ के हाथों से लिखा... Hindi · कविता 2 70 Share Kshma Urmila 13 Feb 2024 · 1 min read चन्द ख्वाब चन्द ख्वाब राख में भी धड़कते मिलेंगे , मेरा वजूद जब , कुछ आंखों से बहेगा ,,, ज़िन्दा हैं ख्वाब इस कदर कि नींद मर गई , ज़िद ओढ़ बैठा... Hindi · कविता 2 72 Share Kshma Urmila 11 Feb 2024 · 1 min read छोड़ दिया किनारा छोड़ दिया किनारा मन हो तो थाम लेना या बह जाने देना दूर बहुत ही दूर ... नियति के बहाव में... कश्ती ने आखिर छोड़ ही दिया , खोखले और... Hindi · _ Pink Flower 🌸 Bhopal_the_c · कविता 1 99 Share Kshma Urmila 5 Feb 2024 · 1 min read *परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 ) *परवरिश की उड़ान* माँ कभी नहीं मरती वो तो सिर्फ धरती से... आकाश हो जाती है, अपनी परवरिश की उड़ान देखने के लिए.... - क्षमा उर्मिला ( LOVE YOU MAA....❤🙏🌸🙏) Poetry Writing Challenge-2 · Unconditional Love · उड़ान · कविता · माँ 2 1 100 Share Kshma Urmila 5 Feb 2024 · 1 min read *लम्हे* ( 24 of 25) *लम्हे* चिड़िया से पंख लगाकर उड़ते लम्हों को मैंने देखा है ... लेकिन कभी - कभी उनको भी थक कर थमते मैने देखा है ... मेरी आँखों में टहल रहे... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Kavita · Lamhe · Love · Memories · कविता 2 95 Share Kshma Urmila 3 Feb 2024 · 1 min read *दीपक सा मन* ( 22 of 25 ) *दीपक सा मन* दिल में पलते और, दिमाग में टहलते हैं हिम्मत के कदमों से, मेरे सपने चलते हैं ... दुख - दर्द - कष्टों की, सीमा तोड़ कर ,... Poetry Writing Challenge-2 · Courage · Enlightenment · Hindi Kavita 2024 · कविता 2 106 Share Kshma Urmila 3 Feb 2024 · 1 min read *शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25 *शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) कैसे समझेंगे ईश्वर को शब्दों मे उलझे लोग ? हृदय की खामोशियाँ उन्हें सुनाई नहीं देती... जीवन भर लहरों से ही खेलते रहते... Poetry Writing Challenge-2 · Ayodhya 2024 · Ayodhyarammandir · Hindi Poem 2024 · कविता 2 102 Share Kshma Urmila 2 Feb 2024 · 1 min read *भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 ) *भूकंप का मज़हब* समेंट लिया सभी को , अपने आगोश में भूकंप का शायद , कोई मज़हब नहीं था ... मस्जिद भी गिर गयी , मंदिर भी डह गया मलवा... Poetry Writing Challenge-2 · Bhookamp · Hindikavita2024 · Unity · कविता · मज़हब 2 55 Share Kshma Urmila 2 Feb 2024 · 1 min read *सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 ) *सुकुं का झरना*... तब से गुमसुम मैं रहती हूँ , जब से सीखा चहरे पढ़ना .. सूख गया सारा ही समंदर , जब सीखा पानी पर चलना .. जो भी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindikavita2024 · कविता 2 97 Share Kshma Urmila 2 Feb 2024 · 1 min read *मैंने देखा है * ( 18 of 25 ) *मैंने देखा है* मैंने बाती को, सूर्य में ढ़लते देखा है सूर्य को संघर्ष मे, जलते देखा है ... उम्मीद की सुबह ,कर्म की दोपहर देखीं जीत को हर शाम,... Poetry Writing Challenge-2 · Courage · Faith · Hindipoem2024 · Struggle · कविता 3 102 Share Kshma Urmila 2 Feb 2024 · 1 min read *चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 ) *चाँद कुछ कहना है आज* हर पूर्णिमा को चाँद तुमसे जिस परी ने मिलवाया था , तुम्हारी सुन्दर छवि निहारना उन्होंने ही तो सिखलाया था , लोग देखते थे दाग... Poetry Writing Challenge-2 · Chand · Hindipoem2024 · Maa · कविता 2 109 Share Kshma Urmila 31 Jan 2024 · 1 min read *जलते हुए विचार* ( 16 of 25 ) *जलते हुए विचार* भावनाओं की देगची पर उबलते हुए विचार ... ढ़ाला जा रहा जैसा वैसे ढ़लते हुए विचार ... सोच मौम सी मन बाती पिघलते हुए विचार ... राख... Poetry Writing Challenge-2 · Courage · Hindipoem2024 · Powerofthoughts · कविता 2 92 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 ) *ख़ुशी की बछिया* ' ख़ुशी '.. किसी नवजात बछिया सी सुन्दर - मासूम - ऊमंगों भरी लेकिन मन की खूंटी पर जैसे जबरन ही बांधी हुई ... उठती - बैठती... Poetry Writing Challenge-2 · Happiness · Hindipoem2024 · Hope · कविता 2 78 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *वो नीला सितारा* ( 14 of 25 ) *वो नीला सितारा* नहीं छोडती , कोशिश बिखर क़र , लहरों से सीखो ,ज़रा ये हुनर ... बेफिक्र था , माझी दरिया के बीच , ना चिंता घर , ना... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · कविता 2 107 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *लाल सरहद* ( 13 of 25 ) *लाल सरहद* लोग कितने भी शहीद हो जायें , लाल सरहद का क्या बिगड़ता है ... रात पूनम के चांदनी महंगी , वैसे हर रोज भाव गिरता है .... झील... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · Love · कविता 2 86 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *मोर पंख* ( 12 of 25 ) *मोर पंख* मेरी डायरी में एक मोर पंख भी है , यादों में थिरकता , झूमता गाता एक प्यारा सा , छोटा मोर पंख , डायरी ही नहीं , उसका... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · कविता 2 145 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 ) *भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* शहर में भीड बहुत है लोग नहीं दिखते , बात शुक्र गुजारी की हो कुछ नहीं लिखते... कदम बढ़ाते हैं सिर्फ अपनी मंजिल को... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · कविता 2 88 Share Kshma Urmila 30 Jan 2024 · 1 min read *अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 ) *अदृश्य पंख बादल के* अदृश्यता की देह में धुंध की आत्मा लिए एक अनिश्चित ... क्षण भंगुर जीवन लिए धुएँ और धुंध की प्रजाती का एक बादल नाजुक - कमजोर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 111 Share Kshma Urmila 28 Jan 2024 · 1 min read *रात से दोस्ती* ( 9 of 25) *रात से दोस्ती* दिन का रात से झगड़ा कभी नहीं है , जाते जाते दिन नन्हे पन्छियों को घोंसले में छोड , पेड़ - पहाड - गांव - देश को... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · कविता 2 80 Share Kshma Urmila 28 Jan 2024 · 1 min read पिघलता चाँद ( 8 of 25 ) *पिघलता चाँद* अंधियारे से ,कभी ना ड़रता बढ़ती रात , निखरता चांद.... धूप के दिए ,जख्म देख कारुणा से ,पिघलता चांद.... सुकून भरी है , असीमित ठंडक रोशनी के ,दरिया... Poetry Writing Challenge-2 · Chand · Hindipoem2024 · कविता 2 85 Share Kshma Urmila 27 Jan 2024 · 1 min read आपकी तस्वीर ( 7 of 25 ) आपकी तस्वीर पंखुडियों से भी कोमल वो रंग होने चाहिये माँ जिनसे मैं आपकी तस्वीर बनाऊँ .... कहीं आपके अक्स को , हल्की सी भी चुभन ना हो .... -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 87 Share Kshma Urmila 27 Jan 2024 · 1 min read रोशनी का पेड़ रोशनी का पेड़ - ( 5 of 25) हृदय की ज़मी थी , आंसू की नमी थी उगा दुख की रात में , रोशनी का पेड़... ख्वाब जिनकी आँख थे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 50 Share Kshma Urmila 26 Jan 2024 · 1 min read नींद ( 4 of 25) नींद जब नींद को नींद आ जाती है .. तब नींद नहीं आ पाती ... और नींद के जागने के लिए , दर्द का सोना बहुत जरूरी है ... क्षमा... Poetry Writing Challenge-2 · Pinkflower · कविता 2 126 Share Kshma Urmila 26 Jan 2024 · 1 min read मन से भी तेज ( 3 of 25) मन से भी तेज ( 3 of 25) एक दिन मैने वक़्त को देखा .... कुछ कहती उसके पहले ही वो डर गया , कि मैं कहीं उसे थाम ना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 93 Share Kshma Urmila 25 Jan 2024 · 1 min read मन राम हो जाना ( 2 of 25 ) *मन राम हो जाना* दर्द हो या दुख को भी सहज हो अपनाना प्यारे मन अब तू भी राम हो जाना .... सदियों से होता आया हैं मुश्किल बच पाना... Poetry Writing Challenge-2 · Rammandirayodhya · कविता 2 110 Share Kshma Urmila 25 Jan 2024 · 1 min read अनंत की ओर _ 1 of 25 *अनंत की ओर* बहुत कुछ है जो ,बड़ा अजीब लगने लगा दुनियाँ दारी ये मन , भीड से डरने लगा ... किनारों का मोह ना, सहारों की चाह रहीं में... Poetry Writing Challenge-2 · Hindipoem2024 · कविता 2 78 Share