के.आर.परमाल 'मयंक' Tag: शेर 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid के.आर.परमाल 'मयंक' 16 Mar 2021 · 1 min read *बदल रहा तसवीर अपनी* कलम की लकीर से लिख रहा तकदीर अपनी, कर्मों की शमशीर से बदल रहा तदवीर अपनी| मन का - मनका बिखर रहा अनवरत संसार में, 'मयंक' मोती पिरो-पिरो बदल रहा... Hindi · शेर 1 1 482 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 7 Mar 2021 · 1 min read एक शेर मेरे दूर जाने पर कभी अश्क न बहाना, बिन सोचे-समझे कहीं इश्क न लड़ाना। समन्दर से भी गहरी है मयंक मोहब्बत, थाह की चाहत में व्यर्थ वक्त न गँवाना। ✍के.आर.परमाल... Hindi · शेर 2 539 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 24 Feb 2021 · 1 min read वृद्धावस्था चला निरंतर बहुत मगर, लड़खड़ा रहा हूँ अब, जरा ज़रा-सी याद में, मैं बड़बड़ा रहा हूँ अब| अब कोई अपना 'मयंक', थाम ले दामन मेरा, दन्तहीन नखशिर गल, मैं तड़फड़ा... Hindi · शेर 390 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 22 Feb 2021 · 1 min read 'दर्द कम लगता है' ज़िन्दगी तेरा हर ज़ख्म मरहम लगता है, कोशिश की फिर भी दर्द कम लगता है| तमन्ना है कि हौसले बुलंदियाँ छुऐं अपने, सफलता का हर पल सुगम-सा लगता है| Hindi · शेर 1 1 358 Share के.आर.परमाल 'मयंक' 22 Feb 2021 · 1 min read आँखों से दिल में समाए बार-बार!! ज़ख्म हरे रहे भले, भरे बाजार में, दर्द से कराहते रहे, भरे बाज़ार में| चलो याद तो रहे, वो इसी बहाने, वरन बेच दिए होते,सरे बाज़ार में|| कुरेदते रहे ज़ख्म... Hindi · शेर 1 265 Share