Ravi Yadav Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Yadav 13 Oct 2023 · 3 min read शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा वीरों किंचित भूल न जाना, भगत सिंह की गाथा को, जिसने भारत माँ को अपना, पुत्र दिया उस माता को, उदित क्रांति की ज्वाला का, आगाज दिखाई देता था अंग्रेजों... Hindi · कविता · कहानी · गीत · निबंध · लघु कथा 231 Share Ravi Yadav 13 Oct 2023 · 1 min read मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।। भारती की आरती का, गान गाने आ गया हूं मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं क्या गजब का लड़ रहा है, वीर अब बेखौफ से, लगता... Hindi · कविता · गीत · निबंध · लेख · शेर 273 Share Ravi Yadav 12 Oct 2023 · 1 min read जय जय राजस्थान वो आन यहाँ वो शान यहाँ, मेवाड़ी राजपूताने की, शत्रु भी रण में कांप गए, ये मिट्टी हैं बलिदानों की। यहां राणा सांगा वीर हुए, धरती पर गौरव गान बना,... Hindi · कविता · कहानी · गीत · निबंध · लेख 182 Share Ravi Yadav 12 Oct 2023 · 2 min read भारत माता की संतान मां का गौरव रहे अमर, इसका नित ध्यान किया है, अमृत सारा छोड़ के हमने, विष का पान किया है, हमने प्राणों की ज्वाला से, मां की जोत जलाई, शोणित... Hindi · Poem · कविता · कहानी · गीत · बाल कविता 186 Share Ravi Yadav 12 Oct 2023 · 1 min read वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप था एकलिंग का महाराणा, जिसकी तलवार भवानी थी, घोड़े चेतक की चाल जहाँ, हल्दीघाटी अभिमानी थीं। शत्रु के सम्मुख उठा भाल, झुक जाना था स्वीकार नहीं, कहता हम वंशज शंकर... Hindi · कविता · कहानी · गीत · बाल कविता · लेख 235 Share Ravi Yadav 12 Oct 2023 · 1 min read नमन इस देश को मेरा महकता है सदा उनकी भुजा में देश का चंदन, कटाकर शीश को अपने, करे भारत का वो वंदन, चले जाते थे रक्षा को, पहनकर मौत का बाना, महल को छोड़... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · लेख 91 Share Ravi Yadav 19 Dec 2022 · 1 min read फिर जीवन पर धिक्कार मुझे फिर जीवन पर धिक्कार मुझे माना की बहुत अंधेरा है, हर ओर दुखो का डेरा है। ना ढूंढ तनिक तू इधर उधर खुशियों का यही बसेरा हैं।। हाँ भले किनारा... Hindi · कविता · गीत · निबंध · लेख 1 1 198 Share Ravi Yadav 23 Oct 2022 · 2 min read कृष्ण अर्जुन संवाद है पार्थ सज्ज संग्राम दिखा, गाण्डीव में धरकर बाण दिखा। तू दिखा शौर्य रणभूमि में, पौरुष का सोया मान दिखा।। कर स्वच्छ धर्म की राहों को, ना लज्जित कर उन... Hindi · कविता · कहानी · गीत · नाटक · लेख 547 Share Ravi Yadav 23 Oct 2022 · 1 min read गुरुवर बहुत उपकार है अपने मधुर वचनों से गाते, सृष्टि के अनुराग को, जो सहज स्वीकारते है, इस जगत के त्याग को। सब मोह बंधन छोड़ के, धारण किया वैराग्य को, और कर स्पर्श... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत · निबंध 175 Share