Ravi Yadav Tag: कुण्डलिया 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Yadav 17 Oct 2022 · 1 min read द्रौपदी चीर हरण हे भीष्म पितामह गुरु द्रोण, माता कुन्ती के लाल सुनो हे श्याम सुनो हे राम सुनो, ताण्डव वाले महाकाल सुनो। निज पुत्रवधू को देख देख, पर करुणा जाग नही पाई,... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 3 1 2k Share