Krishna Manshi Tag: Poem 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Krishna Manshi 21 May 2024 · 1 min read *अपना सरगम दे जाना* *अपना सरगम दे जाना* हर आह में दबी हुई आवाज गीत बन जाती है। हर शायर की शायरी को अल्फाज दे जाती है। तड़पते हैं शब्द मेरे तेरे हुस्न की... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 18 Share Krishna Manshi 10 May 2024 · 1 min read *हाले दिल बयां करूं कैसे* *हाले दिल बयां करूं कैसे* नजर से नजर जब मिलती है, नजरों को नजरों से होता है प्यार। नजर से नजर जब मिलती है, नजरों को नजरों से होता है... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 37 Share Krishna Manshi 10 May 2024 · 1 min read *मेरी कविता कहती है क्या* *मेरी कविता कहती है क्या* अंतर्मन का कोना करता पुकार, भावनाओं में बहकर करूं शुरुआत। कविताएं लिखूं और बनाऊं, अपने मन की भावनाओं को, यूं बाहर लाऊ, करते हैं परेशान... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 23 Share